महिला सशक्तिकरण में जीविका की क्रांति: सीतामढ़ी का मॉडल |
समाहरणालय स्थित विमर्श सभा कक्ष में जिलाधिकारी सीतामढ़ी श्री रिची पांडेय की अध्यक्षता में जीविका के द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने डीपीएम जीविका को निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ सभी नगर निकाय क्षेत्र में और प्रभावी रूप से जीविका समूह को विकसित/ सक्रिय…
समाहरणालय स्थित विमर्श सभा कक्ष में जिलाधिकारी सीतामढ़ी श्री रिची पांडेय की अध्यक्षता में जीविका के द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने डीपीएम जीविका को निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ सभी नगर निकाय क्षेत्र में और प्रभावी रूप से जीविका समूह को विकसित/ सक्रिय करें ताकि इसका लाभ लोगों को मिल सके।
सभी जीविका दीदियों को आयुष्मान कार्ड से आच्छादित कराया जाए।बेटी बचाओ —बेटी पढ़ाओ योजना का जीविका दीदियों के माध्यम से व्यापक प्रचार —प्रसार हो।जेंडर रेशियों में सुधार हो इस बाबत जीविका दीदियों के द्वारा परिवारों के काउंसलिंग की जाए।साथ ही ग्रामीण एवं शहरी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनानेकी दिशा में जो कार्य किए जा रहे हैं ,
उन कार्यों के अतिरिक्त बाल विवाह एवं दहेज प्रथा जैसे कुरीतियों के विरुद्ध व्यापक अभियान भी चलाया जाए। उन्होंने कहा कि जीविका के द्वारा जो कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं उससे पूरी प्रतिबद्धता के साथ महिलाओं को जोड़ें ताकि महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से और सशक्त बनाया जा सके।
इसके पूर्व समीक्षा के दौरान डीपीएम जीविका के द्वारा जानकारी दी गई कि जिले में 38865 जीविका समूह संचालित है जिसमें 38267 समूह का बचत खाता खुल चुका है। समूह को उपलब्ध कराए गए प्रारंभिक निवेश निधि की कुल राशि 228.68 करोड़ है। वही बैंक लिंकेज के क्रम में बैंक ऋण के रूप में समूहों को कल 386.81 करोड़ की प्रथम किस्त की राशि उपलब्ध कराई गई है।
जानकारी दी गई की कुल 2725 ग्राम संगठन है जबकि कुल 52संकुल स्तरीय संघ हैं।नीरा उत्पादक समूह की संख्या 12 है जबकि नीरा व्यवसाय से जुड़े किसानों की संख्या 391है।कुल 2,14,735 लीटर नीरा का उत्पादन किया गया है। डीपीएम जीविका द्वारा बताया गया कि दीदी की नर्सरी की कुल संख्या 18 है जिसमें 243742 पौधे तैयार किए हैं जबकि तीन सामुदायिक पुस्तकालय का संचालन चल रहा है जिसमें 450 विद्यार्थी लाभान्वित है।514 लाभार्थियों को पी०एम० एफ० एम० ई० के तहत सीड कैपिटल फंड दिया गया है
जबकि बीआर अंबेडकर 10 + 2 स्कूल में 300 बच्चों को और सदर अस्पताल में 150 मरीजों को प्रतिदिन दीदी के रसोई के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। बताया गया की जीविका के माध्यम से आर शेट्टी द्वारा प्रशिक्षित 7911 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है जिसमें 5630 युवा प्रशिक्षण के उपरांत स्वरोजगार से जुड़ चुके हैं।वही सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत 7004 लक्षित परिवारों को बैंक खाता खुलवाया गया तथा 6770 परिवारों को जन वितरण प्रणाली के अंतर्गत राशन कार्ड उपलब्ध कराया गया है।
जानकारी दी गई की सतत जीविकोपार्जन योजना से लाभान्वित 2797 दीदियां 10000 रुपया प्रतिमाह आय प्राप्त कर लखपति दीदी की श्रेणी में आ चुकी है। जबकि जिले में कुल 145000 से अधिक दीदियां 10000 प्रति माह से अधिक आय प्राप्त कर लखपति दीदी बन चुकी है।इसके अतिरिक्त समीक्षात्मक बैठक में जानकारी दी गई की डुमरा और बाजपट्टी में मशरूम और सब्जी का क्लस्टर बनाया गया है।पुपरी में भी मशरूम का क्लस्टर बनाया जा रहा है।
बैठक में जिला जन संपर्क पदाधिकारी कमल सिंह,डीपीएम जीविका, सभी बीपीएम तथा जीविका के अन्य प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।